दिल्ली, इक़ना: स्वीडिश सरकार द्वारा प्रायोजित पवित्र कुरान के अपमान के कारण दुनिया भर के मुसलमानों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है।
नेपाल में स्थित भारतीय इस्लामी विद्वान, पत्रकार और नेपाल में इस्लामिक सेंटर ऑफ द वर्ल्ड फेडरेशन के समन्वयक डॉ. जैनुल आबेदीन ने स्वीडन में राज्य प्रायोजित इस्लामोफोबिया के इन जघन्य कृत्यों और पवित्र कुरान के अपमान की निंदा की है।
उन्होंने आज (बुधवार) नेपाल में स्थित इस्लामिक सेंटर ऑफ द वर्ल्ड फेडरेशन में एक भाषण के दौरान स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में पवित्र कुरान के अपमान को इस्लाम के खिलाफ "कायरतापूर्ण हमला" करार दिया। उन्होंने जिक्र करते हुए कहा, ‘इस घटना से दुनिया के हर मुसलमान का दिल लहूलुहान हुआ है’।
उन्होंने आगे कहा है ‘किसी भी समुदाय की पवित्र चीजों पर हमला करना कभी भी विचार की स्वतंत्रता के तौर पर नहीं समझा जा सकता। जिस तरह चर्च या मंदिरों पर हमला करने को आजादी नहीं कहा जा सकता, उसी तरह पवित्र कुरान में आग लगाने की आजादी किसी को नहीं होनी चाहिए’।
इस्लामिक विद्वान आबेदीन ने कहा, यूरोपीय देशों में इस्लामोफोबिया फैलाने के ठोस प्रयासों के खिलाफ दुनिया के मुसलमानों को एकजुट होकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करना चाहिए, और इस्लामिक देशों को भी इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।